बॉलीवुड एक्टर आमिर खान अपनी फिल्मों के ज़रिए समाज के अहम मुद्दों को सामने लाने के लिए जाने जाते हैं। उनकी नई फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ भी इसी परंपरा को आगे बढ़ाती है। यह फिल्म न सिर्फ मनोरंजन देती है, बल्कि शिक्षा और बच्चों की मानसिकता जैसे गंभीर विषयों पर सवाल भी उठाती है।
फिल्म की कहानी क्या है?
‘सितारे ज़मीन पर’ एक ऐसे बच्चे की कहानी है जो सीखने में मुश्किलें महसूस करता है। वह समाज और परिवार की अपेक्षाओं के दबाव में घिरा होता है। लेकिन जब एक समझदार शिक्षक उसकी ज़िंदगी में आता है, तब चीजें बदलने लगती हैं।
यह शिक्षक उस बच्चे की प्रतिभा को पहचानता है और उसे सही दिशा में आगे बढ़ने का रास्ता दिखाता है।
आमिर खान इस शिक्षक की भूमिका में हैं और उन्होंने अपने अभिनय से एक बार फिर साबित किया है कि वे ऐसे संवेदनशील किरदारों के लिए ही बने हैं।
फिल्म की खासियत
- फिल्म बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को एक सीरियस लेकिन सरल तरीके से पेश करती है।
- इसमें दिखाया गया है कि हर बच्चा अलग होता है, और उसे समझने की जरूरत होती है, दबाने की नहीं।
- फिल्म के डायलॉग, भावनात्मक दृश्य और संगीत – तीनों ही दर्शकों को गहराई से छूते हैं।
- यह फिल्म एक बार फिर आमिर खान की सोशल सिनेमा की परंपरा को मजबूत करती है।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
फिल्म को रिलीज़ के बाद से ही दर्शकों और समीक्षकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। सोशल मीडिया पर भी फिल्म की सराहना हो रही है, खासकर माता-पिता और शिक्षकों की तरफ से।
कई लोग कह रहे हैं कि यह फिल्म “हर पैरेंट और टीचर को देखनी चाहिए।”
बॉक्स ऑफिस स्थिति (सत्य जानकारी)
फिल्म को शुरुआती दिनों में ठोस प्रतिक्रिया मिली है। हालांकि, ₹90 करोड़ जैसी बड़ी कमाई के दावे मीडिया में कई जगह दिख रहे हैं, लेकिन कोई आधिकारिक आंकड़ा अभी तक सार्वजनिक नहीं हुआ है।
ट्रेड रिपोर्ट्स के अनुसार फिल्म ने ₹60-70 करोड़ तक की कमाई कर ली है, और इसका प्रदर्शन अभी जारी है।
‘सितारे ज़मीन पर’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, एक भावना है, जो हर उस इंसान से जुड़ती है जिसने कभी खुद को कमजोर या अलग महसूस किया हो।
आमिर खान की यह कोशिश एक बार फिर लोगों के दिलों को छू रही है – बिना बड़े स्टंट, बिना आइटम सॉन्ग, सिर्फ एक सच्ची कहानी के दम पर।