दिल्ली के जंतर-मंतर पर रविवार को आम आदमी पार्टी ने ‘घर–रोजगार बचाओ आंदोलन’ का आयोजन किया। इस मौके पर पार्टी संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर सीधे तौर पर हमला बोला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी गई उस गारंटी को झूठा बताया जिसमें कहा गया था कि ‘जहां झुग्गी है, वहीं मकान मिलेगा’।
केजरीवाल ने हजारों लोगों की भीड़ के सामने कहा कि प्रधानमंत्री की गारंटी झूठी साबित हुई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने गरीबों से उनका घर छीन लिया। चुनाव से पहले यह वादा किया गया था कि झुग्गी हटाई नहीं जाएगी, बल्कि वहां मकान बनाया जाएगा। लेकिन सच्चाई यह है कि सत्ता में आने के बाद झुग्गियां तोड़ दी गईं और गरीबों को सड़कों पर ला खड़ा किया गया।
आम आदमी पार्टी प्रमुख ने कहा कि दिल्ली में भाजपा की केंद्र सरकार, नगर निगम और उपराज्यपाल सभी एक ही पार्टी से हैं, इसके बावजूद गरीबों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने अपने तीन महीने के कार्यकाल में हजारों झुग्गियां तोड़ दीं, और गरीबों को सिर छुपाने की जगह भी नहीं छोड़ी। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर यही हाल रहा, तो ये सरकार तीन साल भी नहीं टिक पाएगी।
उन्होंने कहा कि देश की 75 साल पुरानी राजनीति में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने जनता से केवल वादे किए, लेकिन जब देने की बारी आई तो हमेशा पीछे हटे। ना उन्होंने शिक्षा दी, ना स्वास्थ्य, ना मकान और ना ही रोजगार। केवल सत्ता हासिल करने के बाद सब भूल जाते हैं।
केजरीवाल ने यह भी दावा किया कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में 22 हजार क्लासरूम बनाए, 6 यूनिवर्सिटी और 11 कॉलेज खोले और मोहल्ला क्लीनिक जैसी योजनाओं के जरिए जनता को सुविधाएं दीं। लेकिन भाजपा की प्राथमिकता केवल झुग्गी हटाना और गरीबों को उजाड़ना रह गई है।
उन्होंने आगे कहा कि झुग्गीवासी ही इस देश के असली निर्माता हैं। ये वही लोग हैं जो दिन-रात मेहनत कर इस शहर को जिंदा रखते हैं। लेकिन सत्ता में बैठे लोगों की नजर अब इनकी छतों पर है। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीबों के सिर से छत छीनकर भाजपा नेता व्यापारियों और बिल्डरों को जमीन दे रहे हैं।
आंदोलन में मौजूद हजारों लोगों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि गरीब अपने अधिकार के लिए सड़कों पर उतरें और भाजपा सरकार से जवाब मांगें। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ मकानों की नहीं, बल्कि सम्मान और जीवन जीने के अधिकार की है।
उन्होंने कहा कि आज हर गरीब डरा हुआ है कि कहीं उसका घर अगला न हो। लोगों को डर है कि कब बुलडोज़र उनके दरवाजे पर पहुंच जाए। ऐसे में आम आदमी पार्टी उनके साथ खड़ी है और अंतिम सांस तक उनका साथ देगी।
केजरीवाल के इस भाषण के बाद दिल्ली की राजनीति में गर्माहट आ गई है। भाजपा की ओर से इस बयान पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि झुग्गियों को हटाने की कार्रवाई अदालत के आदेश के तहत की जा रही है, और जिन लोगों को हटाया गया है, उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था भी दी गई है।
हालांकि, आम आदमी पार्टी इन दावों को नकार रही है और कह रही है कि कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई, बल्कि झुग्गीवासियों को सीधे सड़क पर छोड़ दिया गया। पार्टी ने यह भी ऐलान किया है कि अगर सरकार ने जल्द ही अपनी नीति नहीं बदली, तो यह आंदोलन और बड़ा रूप ले सकता है।
केजरीवाल के इस आंदोलन को आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। गरीबों और झुग्गीवासियों का समर्थन किसी भी चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। ऐसे में यह मुद्दा दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर से केंद्र बिंदु बन गया है।